"पानी नइये "
चल बने टूरी मन होवत हे
टूरा मन ले आघु
फेर उकर करसतानी ले कइसे
इकर करसतानी आघु
चुंदी नइये न फूंदरा
अउ हवे मुड़ उघरा
बराबरी के चक्कर
म करे काम अलकर
बरदानी ओकर आचर
फेर निरलजई होत काबर
आंखी मं अब तो पहली कस
लाजवानी नइये
जवानी तो हे फेर
जवानी के रवानी नइये ...
का कहंव संगी मंय का
सुनब संगी तंय
कहे-सुने के कोन्हों कहानी नइये
अब तोर-मोर गाथा सुहानी नइये
बस गरजना हवे बादर मं पानी नइये ...
💧💦
Save Water
डा. अनिल कुमार भतपहरी
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