Saturday, September 26, 2020

।।अभरेट ।।

।।अभरेट।।

अपन गवनही बेटी ल बुदुक बतात राम्हीन कहिस - "अपन अंचरा मं  गुप्ती कस पइसा दमाद ल गठियाय रहिबे।"
   ओती फिरन्तीन तको अपन बेटा ल जीजी अन्तर  चेता दिस - " बहु ल कभुच  मुड़  मं झन चढाबे।"
      नाती के छठ्ठी मं दुनो समधिन घम-घम ले नवां लुगरा पहिन सोहर- मंगल गाईन अउ बनेच नाचिन -कुदिन। 
     फेर कोन दुखाही के नज़र लगिन ओ समे के गय ले, यहा तरा बुढ़त काल दुनो समधिन वृद्धाआश्रम में एक- दुसर ल  अभरेट डरिन अउ बोमफार के रोय लगिन।
    -डाॅ.अनिल भतपहरी

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