Wednesday, May 30, 2018

कुछ मत पुछ

[4/29, 9:49 AM] anilbhatpahari: जोन गरीब होथे
प्रकृति के करीब होथे

अब देखो बिहनिया गरीब दतुअन धीसथे
अउ धनी मन टूथपेस्ट करथे
एमन बासी पेज पसिया भाजी संग खा लेथे
बासी सबसे उत्तम ब्रेकफास्ट माने गे  हवे
ओमन चाय ब्रेड एगरोल चाउमिन पिज्जा
कतकोन खाले फेर मुह पेट जुच्छा के जुच्छा
नहाय बर फरिल जिन्दाजल  तरिया नरवा गरीब मन बर
नल टंकी के तियासी पानी बसियाहा  शहर के धनवान मन बर

इकर  पैदल कभु साइकिल सवार
उकर फटफटी अउ  मोटर कार

इकर सुते बर चट ई खटिया अउ मिहनत
ससन भर के फुरसुदहा  8-9 बजे नीद सोपापरत

पलंग सुपेती कोवर  गद्दा ह जनात
छटपटी धरे  नींद के गोली बारा बजे ल जागत खात

भिनसरहा गरीबहा मन के जग ई
९-१० धनवान मन के उठ ई
गरीब मन झटकुन जागथे 
धनवंता  मन ले दे के  उठथे
     
तभो ले गरिबहा मन केर रोजे कर ल ई हे
अउ बडहर मब  के रोजेच  मजा मर ई हे

गरीब के  मन के न इये कछु  पुछ ई
देखे नी जाय इकर सोसन अउ कर ल ई
होथे थोड -थाड जब आथे चुन ई
देखउटी तो आय सच म होथे  गरकटई
सदा सक्रीय  फेर जीयत ल कमात रहिथंय
सदा निष्क्रिय फेर  मरत ल लमात रहिथंय

कछु होय फेर एक बात हे सबके अपन-अपन नसीब 
जोन होथे गरीब उन मन अक्सर होथे प्रकृति के करीब
(टीप - तुकाराम कंसारी जी के कमेन्ट जोन गरीब होथे ईश्वर के करीब होथे से प्रेरित )

डा अनिल भतपहरी
९६१७७७७५१४
[4/29, 9:50 AM] anilbhatpahari: दूपहरी जुनून क्रिकेट सर चढकर बोल‌ रहे हैं
गली कूचें बीच सडक पर बच्चें खेल रहे हैं
देशी खेल अब न कोई खेले गिल्ली डंडा
सबके माथा गरम हैं भैय्ये और खून हैं ठंडा
और खून ठंडा  देख हतप्रभ अनिल भतपहरी‌
देखो चिन्हे न वक्त बेवक्त  क्रिकेट जुनून दूपहरी
     डा. अनिल भतपहरी
       ९६१७७७७५१४
[5/9, 12:08 AM] anilbhatpahari: "कुछ मत पूछ"

इस देश की बात  कुछ मत पूछ

कुछ को ही मिलते है यहां सब कुछ

बाकी सब लोग तो  बेअक्ल हैं सुद

होते जिनके पास कुछ उनकी होती पूछ

कुछ नही पास जिनके होते वह तुच्छ

यही तो सनातन हैं करते अर्जित कुछ

शान रहे इनके भले मरे कोटिक भूख

विवश देश प्रेमी पी रहे खून की धूट

उनकी पौ बारह ये मर रहे धुट-धुट

ऐसा लगता हैं अब नही होने वाला कुछ

कोई न भट्टप्रहरी अब मची है चोरी लूट

चरागाह  पूरा देश  चर रहे खूरखुट

कैसे सभ्य जिनावर पहने है शुटबूट

संस्कार सदा सामंतो सी
गणतंत्र कैसे भायेन्गे

विलासिता हो केन्द्र में
तब लोकतंत्र  कैसे आयेन्गे...

- डा अनिल भतपहरी ( भट्टप्रहरी  )
९६१ ७७७७५१४

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