हमर सतनाम जागृति युवा मंच जुनवानी के जुन्ना( रचनाकाल १९८७-८८ ) "जागृति- गीत" जेकर क ई मंच म प्रस्तुति होत रहीस आज पुराना डायरी देखेव त मिल गय-
" जागृति गीत "
सुआ बोलत हे आमा के डार ल
कोयली कुहकत हे नंदिया कछार म
मइना रोवत हे साजा रवार म
पडकी धुटरत हे खारे- खार म
बिपत अइसे कि परे हन मंझधार म...
हाथी कस भारी रहेन बधवा कस रहिस बल
हमला आके लुटिस बिदेशिया करके कपट छल
छाती के रुंआ पुदगागे मेछा रीस झार म ...
तैतीस करोड देवि देवता कतकोन धरम करम
खडखड भगवान चुन नई जानेन धरम के मरम
मानवता के रोजेच हइता सरत हन जातपात म ...
हम बेटी वाला छाती फूलाय नई सकन
दहेज के मार म कनिहा सोझियाय नई सकन
बेटी रोज जरय दहेज के आग म...
उत्ती डहर ले जरत आही
बुडती म जाके भुताही
आस हवय हमला कि धुरवा के दिन बहुराही
दुध के नंदिया बोहाही गांव गांव म ....
-डा. अनिल भतपहरी
No comments:
Post a Comment