Monday, May 17, 2021

एक घड़ा रीता हैं

#anilbhatpahari 
पंचक 13 ( पाँच पंक्तियाँ )

।।एक घड़ा रीता हैं ।।

कौन संपूर्ण  यहाँ  कुछ  रीता रह ही जाता  है
तभी तो  समर्थवान  अंतत:‌ हार  भी जाता हैं 
चंद उपलब्धियों से मनुष्य ग़फलत में जीता हैं
हम जो गाए गीत और कृष्ण गाए ओ गीता हैं
सच यह कि हर  पनघट  पर एक घड़ा रीता हैं

   डाॅ अनिल भतपहरी / 9617777514

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