जांऊ कहां बता ऐ दिल ...
जब भी मन उदास और विषाद से ग्रस्त होते हैं अक्सर मुकेश के गीत सुनने से सुकून मिलता हैं। क्योंकि उनकी करुणामय स्वर डूबतें दिल को ढांढ़स बंधाते हुए निराशा में आशा का संचार करते हैं। उनके गाए अनेक गीत कितनों को दु: ख के गर्त से ऊपर उठाते आ रहे हैं।
आज पुण्यतिथि पर उन्हें नमन
सुनिए उनकी ये प्रसिद्ध गीत -
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1664989023656271&id=100004355672502
No comments:
Post a Comment