।।बोहार ।।
ठेकवा धर मही
मांगे आ जही
कत्कोन झन
टपकावत लार
सब लिही डोहार
रांध-खा ले कलेचुप
भाजी बोहार
देखे बर नोहर
गुणकारी जबर
सिरा जथे कत्कोन
रोग राई अजार
झन पार गोहार
जय जोहार संगी
जय जोहार अउ
संगे संग जय बोहार
डाॅ. अनिल भतपहरी 9617777514
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