भीम गीत
बनाये कानुन भारत के अनमोल रतन ..
डाक्टर भीमराव अम्बेडकर तोर पइय्या परन..
जनम लिए महुं गाँव , भीमा बाई के कोख मे
रहिस पिता रामजी सकपाल सुबेदार फौज मे
तेकरे सेती स्कूल पढे बर बढगे चरन ..
नान्हेपन म भोगे तय छुआछूत के पीरा।
बरनन करे म हो जाही हिदय के चीरा।
मुख ल निकले नही सिसकी न बोली बचन ...
हुशियार भीम ल मिलिस पढे बर वजिफा
विदेश म जाके पाईस बैरिस्टरी शिक्षा
कुलकत आइस भारत होके मगन...
पढलिख के बिदेश ल आये तय देश म
देख के रो डारे देश के भेस ल
एक तो देश रहय अन्गरेज के गुलाम
दलित के पुछइय्या नही गुलाम के गुलाम
बदला म लात मिले करे त परनाम
जीयत मनसे ल मुर्दा बनाये हाय रे हिन्दु धरम ...
नौकरी चाकरी छोड करे तय जनसेवा
सबकुछ गवाये बाबा हीरा कस गंगाधर बेटा
डिगे नही बिपत म तय, करे अपन करम ..
संविधान रचके बाबा ,देहस मुल मंत्र
शिछित बनो संगठित होओ करो संधर्ष
तोर सपना ल पुरा करबोन, लेवत हन परन ...
"अम्बेडकर जयंती परब के बिक्कट बधाई "
जय भीम जय भारत
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- डा अनिल भतपहरी
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