"तुरते-ताही"
बोहाय ल तर-तर आँसू
अउ सुसके ल फुलुक-फुलुक
कछुच बुता हर नइ बनय
अब तो चढ़ के छाती मं
बैरी के जीभ सुरर
इही हर चोखा हरय
करेन घाद चिरौरी
अउ परघउनी
बर-बिहाव कराएन
देयेन नौकरी
कराएन खेती-बारी
फेर को जनी कइसे
हिंसा थिरकत नइये
महुरा घोरे मति के
जहर उतरत नइये
का तुम ल पाट जात्रा
रिलो बार नइ सुहाय
गोंचा तुपकी नाट भतरा
दियारी तिहार नइ सुहाय
घोटुल ले गमकत नांद कंठ
लया चेलिक के हंसी
अउ उकर झुम्मर नचाई
सरई छांव भरे बजार अउ
उहां होवत मुर्गा लड़ाई
अंगना के सल्फी अउ
खार के मउंहा-ताड़ी
गौंतरिहा संग भेट
जोहार माखुर बीड़ी
लगथे तुम माटी पूत होके
बीरान के भभकौनी मं आके
माटी किरिया खाके
माटी पूत ल मारत हव
देश के धन-दोगानी लूट के
ननजतियां के दोंदर भरत हव
भाई तुम बहके हव
अवघट मं हपटे हव
टेड़गा -बेड़गा छोड़
सोझ्झ रद्दा मं चलव
मया -पिरित जोड़
सुख मं जिनगी पहाव
करोड़ों चलत हे
तुम संसो झन करव
ककरो कहे से
झन बेमझियाव
भूख लागत हे
पीरा जियानत हे
त अपन ल सोरियाय
रो के बोंबियां के बिरान सो
उन ल परघा के झन बलाव
दु:ख हरे के झुठा आस्वासन मं
सुम्मत के खरही झन लेसव
भलुक तीर -तखार मं दिखथे
त जुरमिल तुरचेच खेदारव
खुद चुने सरकार ल बताव
सउक राज करे के हे
आवव चुनाव लड़व
अपन नर- नीति बर
सदन मं गरजव
दूध मुहां लरिका मन ल
कलम छोड़ धरा के बंदूक
छल से मार अपनेच भाई बंधु
का बहादुरी देखात हव
नियम कानून ल रउंद
प्रेम अउ बिस्वास ल दउंच
जननियाय कहि बेमझात हव
एक तो उकरे सेती
शरणार्थी पोसत हन
विचार धारा कहिके
चीनी माओ ल मानत हव
अब तो बायोकैमिक युद्ध
उहचे ले थोपात हे
कोरोना महामारी के लपट म
इंसानियत झोपात हे
हमर सगा उकर मोहरा ये
भाई संग भाई जुझोवत हे
ये कइसे धिनौनी चेहरा ये
अब तो खुरखुंद लड़े ल परही
उकर से अपन ल बचाय परही
हमरे घर के छानी परवा
हमरे घर के तुमा मखना
हमरे चुल्हा हमरे भात के हाड़ी
हमरे साग चुरय हमरे कड़ाही
फेन ननजतिया खवइया कोन
जल जंगल जमीन लुटोइया कोन
आवव झन कखरो भभकौनी मं
झूठ लबारी मनगंढत कथा कहानी मं
ये धरती तोर तय बेटा येकर
जोम जांगर बुधमान राजा जेकर
परलोखिया बिदेसिया मन के
बहकावा म आवव झन
छोड़ के हिंसा बिदेसी माओ वाद
सत अहिंसा के पथ में आवव सब
संत गुरु महात्मा के सिरजाय
रद्दा ल भुलावव झन
थोरिक तो चेतव भाई
मंदहा -जकहा बने रहव झन
अब तो खोजव अस्तिन के सांप
भीतरहुं दुश्मन ल चिन्हव
भेस बदलत हे जेन छन छन
उन ल उकरेच मांद मं
घेर के अब तुरते-ताही मारव
- डाॅ. अनिल भतपहरी , 9617777515
सत श्री ऊंजियार सदन अमलीडीह रायपुर छ ग
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