Wednesday, June 12, 2019

फकत

आपके वास्ते छकड़ी हमरी
        "फ़कत"
खेल रेखाओं की नही
और न तकदीर की है
भाग्य,भगवान-खुदा
न कोई पीर-फ़कीर की है
ये तो फ़कत आपके चुनाव
और उनकें ज़मीर की है

बिंदास कहें- डा.अनिल भतपहरी

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