।।मंगल असीस ।।
उतरिस चंद्रयान चंदा म त,
देखत मन भाइस
उन्चालिस बछर पहली लिखे,
कविता के सुरता आइस
सोला बछर के रहेंव
जब देखेंव पुन्नी के चंदा
मन में भारी उथल - पुथल
काटेंव रतिहा उसनिंधा
चित्र भारती म पढ़न स्पेस स्टार्स
रोचक विज्ञान कथा
चकमक ,पराग, सरिता,मुक्ता
सरस सलिल ,चंदा मामा
कत्कोन रहस्य रोमांच तिलस्म
सब मन म भरे रहय
आनी- बानी के जिनिस ल
जाने- समझे के सउक रहय
खाए- पीए जिनिस छोड़
पाकेट मनी म पत्रिका बिसावन
कोर्स के किताब तिरिया के
सनन भर पढ़त रहन
बिन्दू मिला के छुपे हुये ल खोजन
दू समान चित्र म चूक ल निकालन
पढ़त खेलत खात मजा से
अध्धर साइकिल चलावन
पूल घाट म मारत छलांग
नरवा म ससन भर नहावन
बड़ उछाहित मन हमर
सिरतोन अगास म किंजरय
फिटिक चंदेनी देखत रतिहा
कुटॆला , खटिया सुकुवा मन ल चिन्हन
नवबज्जी रतिहा पतालू नरवा के
बंधानी घाट म बइठे
भैया चरन संग पढई -लिखई
गोठ मन ल गोठियाते
ऊपर सरग ले मोर मुड़ म आइस
टार्च मारे कस गोर घेरा अंजोर
देख दुनो सुकुड़दूम
भागेन पल्ला छोर
लीम चौरा ब इठे सियान मन सो
ये घटना ल सोरियायेन
कुछु अनहोनी प्रेत बाधा होही
सुन बहतेच डराएन
शिक्षक बाबू जी हर हमन ल समझाइन
उल्का पिंड खगोलीय घटना ल बताइन
उड़न तश्तरी के तको चिंता मन बियापिन
कछु अनहोनी झन होय सतपुरुष ल सुमरिन
तभो ल सियान मन के मन नइ माढिस
अउ गांव के देवालू -चुकनू बइगा करा झरवाइस
पता नही अगास म मन बिचरत रहय
बने बर वैज्ञानिक हमरो मन करय
फेर गणित कापी म ज्यामिति के जगा
कविता लिखा जाय
गुप्ता सर खिसियावत
अउ कापी ल प्रिसिपल बाबु ल देखा दय
स्कूल म सब झन तीर तो
अबडेच खिसियाय
फेर घर आवय त कविता
ल देखे पढ़े बर मंगाय
कुछ अक्षर ल जोड़य
अउ कुछ मन ल सुधारय
साहित्य संगीत प्रेमी
पिता श्री के असीस दुलार मिलय
बिग्यानिक तो बनेन नही
फेर बनगेयन कवि
बरनन करत रहिथन आनी बानी
गढ़त रथन छवि
आज अगास के चंदा म उतरिस चंद्रयान
देख मन मगन हमर बाढिस देश के मान
उछाहित मन म सिरतोन नव उमंग भरगिस
चौवन साल के ये तन म मन सोला साल होगिस
बधाई सब झन ल अउ हवय मंगल कामना
मिलते रहय उपलब्धि बढ़वार सदा शुभकामना
- डां . अनिल भतपहरी / 9617777514
चंद्रयान ,चांद पर उतरने की खुशी में 23- 24 8-1923 रात्रि 11 से 1 बजे के मध्य ।
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