Sunday, October 30, 2022

व्यसन मुक्त संस्कारवान समाज संरचना


संपादकीय - 
      व्यसन मुक्त संस्कारवान समाज संरचना हेतु अग्रसर 

   कृषि संस्कृति का महापर्व  सुरहुत्ती, देवारी और गोबरधन  फसल कटाई कर धान का खेतों से खलिहान व  घर में लाने का  उनके भव्यतम स्वागत करने का महोत्सव है । इस अवसर पर गाय बैल -भैसा जैसे पशुओं को खिचड़ी खिलाकर उत्सव मनाने का हैं। जिसे हर्षोल्लास पूर्वक मनाये हैं।
   अब दीपावली के बाद राज्य  में कृषक समुदाय धान की कटाई -मिसाई  करके मंडी व ग्रामीण बैंक जहां वे  कृषि कार्य के लिए ऋण लिए होते है को अदा कर शेष रुपये  लेने में जुट जाएन्गे। इस बार एक नवंबर से धान खरीदा आरंभ हो रहे हैं। 
  सतनामी समाज कृषक समाज है और  राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाते आ रहें हैं। वे सभी बकाया ऋण वापस कर शेष धनराशि को वर्ष भर चलाने के लिए प्लानिंग कर ले और जरुरत के हिसाब से आहरण करें।
     प्रायः यह देखने में आता हैं कि  मातर मड़ ई और दिसंबर माह में जयंती पर खूलकर रुपये खर्च कर दिए जाते हैं कही -कही जुएं आदि के चलते आर्थिक संकट में घिरे रहते हैं। इनका परित्याग करना चाहिए। 
    वर्ष भर के लिए  बेहतर प्लानिंग कर मितव्ययता  अपनाएं तो कम में भी संतुष्ट और बेहतर जीवन जिए जा सकते हैं।
       
     प्रगतिशील सतनामी समाज अपनी सामाजिक व धार्मिक गतिविधियों को बेहतर करने तथा विभिन्न जिला ईकाइयों को सक्रिय करने में निरंतर लगे हुए हैं। इस कड़ी में विगत दिनों कोरबा एंव शक्ति जिला में दौरा कर कार्यक्रम व्यवस्थित किए गये ।तथा महासमुंद जिला का निर्वाचन शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। सभी पदाधिकारी गणों को बधाई ।एंव यह अपेक्षा कि संगठन को सुचारु रुप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे तथा जहां पर संकट व व्यवधान हो उन्हे संवैधानिक रुप से हल करने में त्वरित सहयोग व सलाह प्रदान करेंगे। 
    दिनांक 15 अक्टूबर को सभी उप समितियों के लिए मार्गदर्शिका तैयार की गई है उनपर अमल लाने गहनता से विचार विमर्श किए गये ।
     विगत दिनों छत्तीसगढ़ शासन ने अनुजाति विभाग को स्वतंत्र कर स्वागतेय कार्य किया  । ऐसा होने पर अब अनु जातियों के विकास हेतु पृथक बजट मिलेगा फलस्वरुप तेजी से कार्य हो सकेगा ।  राज्योत्सव के पूर्व ही अनु जाति आयोग के अध्यक्ष  पद पर समाज के सेवानिवृत्त  प्रशासनिक अधिकारी  वरिष्ठ समाजसेवी के पी खांडे जी एंव  सदस्यों  मे  श्रीराम पप्पु बघेल , संतोष सारथी , सुरेश पैगवार की नियुक्ति हर्ष दायक हैं।  सभी पदाधिकारियों को बधाई । 
       यह पत्रिका आप तक पहुचेगी तब तक लोगों के धान के पैसे आना शुरु हो जाएगा और मेले मड़ाई के साथ साथ गुरुघासीदास जयंती महोत्सवों  में मुक्त हस्त से खर्च करने की मनोवृत्ति भी जागृत हो जाएगा । 
   हमारा समाज उत्सव धर्मी समाज हैं और प्रायः भविष्य की अनावश्यक चिंता से मुक्त भी ।पर अब इस तरह की मनोवृत्ति में आवश्यक सुधार की अपेक्षा होना ही चाहिए।  जैसे शासन संस्थाएं अपना वर्ष भर की बजट बनाते हैं। और हर छोटी बड़ी आवश्यकता के लिए फंड रखते हैं। ठीक उसी तरह बच्चों के शिक्षा स्वास्थ्य खेती - बाड़ी और  घर के सदस्यों के लिए कपडे जेवर व कुछ महत्वपूर्ण शौक एंव सतनाम धर्म के महत्वपूर्ण कुछ धार्मिक स्थलों की यात्रा हेतु योजना जरुर बनावें। इससे परिवार के सभी सदस्यों के हित संवर्धन होगा और बेहतर जीवन निर्वाह भी । 
    शैन: शैन: बुरी  व्यसनों जुएं एंव  शराब गुड़ाखू , तंबाकू ,बीड़ी गुटका आदि से बचे । क्योंकि ग्रामीण जनता इनमें आकंठ डूबे हुए हैं। और यही   पारिवारिक कलह एंव शारीरिक दु:ख और मानसिक विकास के सबसे बड़ा बाधक तत्व हैं। 
     हमारे पदाधिकारियों एंव समाज सेवकों को इनके लिए जन जागरण अभियान चलाना पडेगा। इसके लिए सार्वजनिक  नैतिक शिक्षा ज्ञान के लिए सत्संग प्रवचन भजन पंथी आदि सांस्कृतिक आयोजन करवाना चाहिए । हर आठ दस गांवों के मध्य   जहां सतनाम भवन हो वहां पर उक्त आयोजन एंव  सार्वजनिक भोग भंडारा हो उनमें सेवादार व प्रबञध संचालन समिति गठित कर  सांस्कृतिक जागरण लाए जा सकते हैं। इसके द्वारा न ई पीढ़ी को संस्कार मिलेगा और बडे -बुजुर्गों की अनुभव सहभागिता से उन्हे प्रेरणा मिलेगा। युवा वर्ग अपनी आपार रचनात्मक और सकारात्मक शक्तियों को   इस तरह समाज की बेहतरी के लिए इस्तेमाल कर सकेगें।
    राज्योत्सव की हार्दिक बधाई सहित आगामी पवित्र दिसंबर  गुरुपर्व का माह की स्वागतार्थ मंगलकामनाएं ... जय सतनाम ।
    - डाॅ. अनिल भतपहरी      9617777514 
 ऊंजियार सदन सेंट जोसेफ़ टाउन  अमलीडीह रायपुर छ ग

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