Monday, November 2, 2020

वाड्गमय

" वांग्मय"
   
वेद उपनिषद 
पुराणादि  
मानव मेधा की 
अनुपम ऊपज  है
स्मृति योग मीमांसाएं  
विविध विचारों से संवृत 
भारतीय वांग्मय है
 राज्य विस्तार की
रोचक  दास्तान 
है वाल्मिकी कृत
रामायण 
जहां प्रजातियों का
समागम और संधर्ष है 
मनभावन 
मन की अन्तर्द्वंद्व का
शानदार विचार- विमर्श है 
एक्शन इमोशन थ्रीलर 
रहस्य रोमांच का दास्तान 
महाभारत व्यास मंडल 
रचयिताओं का 
है अनोखा वृतान्त 
"अत्तदीपोभव" की 
महिमा त्रिपिटक गाती है
बीजक की साखी तो 
ज्ञान की आँखी है 
संत-गुरु की वाणी ही
असल  मानव का धन है 
गुरुग्रंथ साहिब निर्वाणग्रंथ
और सतनमायन है 
विषैले मानस सागर में 
चुहते ये अमृत बुन्द है 
उद्गाता /श्रोता के लिए 
 विविध रत्न भरे समुन्द है

  ।‌।सत श्री सतनाम ।।

-डा. अनिल भतपहरी
 9617777514

चित्र- ऊंजियार सदन के आंगन में सजी  रंगोली

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