Sunday, September 26, 2021

बेटियां

आपके वास्ते छकड़ी हमरी 

     ।।बेटियां ।‌।

स्वर मधुर उनकी लगती है लोरियां
कानों मे घोलती नित्य मधुमिश्रियां   
छम-छम बजती उनकी  पैजनियां
फुदकती आंगन मे  जइसे चिरियां 
मां-बाप की दुलारी होती है मुनियां
रौनक  घर की तो  होती  हैं बेटियां

 बिंदास कहे- डां.अनिल भतपहरी

No comments:

Post a Comment