आपके वास्ते छकड़ी हमरी
।।बेटियां ।।
स्वर मधुर उनकी लगती है लोरियां
कानों मे घोलती नित्य मधुमिश्रियां
छम-छम बजती उनकी पैजनियां
फुदकती आंगन मे जइसे चिरियां
मां-बाप की दुलारी होती है मुनियां
रौनक घर की तो होती हैं बेटियां
बिंदास कहे- डां.अनिल भतपहरी
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