Wednesday, December 9, 2020

हमरो पुरखौती डेहरी ...

।।पुरखौती डेहरी ।।

हमरों पुरखौती डेहरी 
जुनवानी के घर भीतरी 
जतने पोटारे नतनिन नाती 
खेलय संग दादा -दादी 
कुलकत मन मगन भारी 
हमरों पुरखौती डेहरी 
कोठा डोला कुआं बारी 
रंग रंग फर फूल तरकारी 
सांझ बिहान गाय गोरु के रद्दा 
सकलाए माई पिला सुद्धा 
खेलय खावय नाचय कुदय 
मगन मन सबके खुशी अमावय 
घर परवार सब सुखी रहय 
अइसन साहेब से असीस मिलय 
मंगल गान जैतखाम के आरती 
आए हवय बेरा सुघ्घर ममहाती 
राहय सबर दिन अछाहित  
सुख सम्पत्ति फल  पावे मनवांछित 



 

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