#anilbhattcg
समृद्ध भारत
दो अक्षर क्या पढ़े
गांव उजाड़ने लगे
35 साल नौकरी के लिए
जन्मों की नाता तोड़ने लगे
कुछ चलाकियां सीखें
अपने को ज्ञानी समझ लिए
जो भोले भाले रहें
उन्हें मूर्ख अज्ञानी समझ लिए
पाकर अवसर आपने
चढ़े ऊंचाई पर
जिन्हें मिला नहीं अवसर
तंज उनकी सचाई पर
इस तरह आपने ही
दीवार खड़ी की
ऊंच नीच जाति पाती की
मीनार खड़ी की
मिलकर हम सबको
इसे ढहाने होंगे
विषमता से भरी समाज में
समता लाने होंगे
जो पिछड़ा रहा
पिछड़ते ही गए
ऊंच नीच भेदभाव की
खाईयां बढ़ते ही गए
गांव ही शहर बना
सुविधाओं से
करने होंगे विकट उद्यम
हटाने विकास के बाधाओ से
तभी गांव रहेगा आबाद
खुशहाल शहर
संतुलित विकास का
दिखेंगे सर्वत्र असर
वर्ग जाति विहीन
समाज का निर्माण
से ही होगा समृद्ध
विकसित भारत का निर्माण
_ डॉ. अनिल भतपहरी/ 9617777514
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