आपके वास्ते छकड़ी हमरी
फोन घड़ी रेडियों टार्च पेन पेंसल। अखबार टीवी सहित मित्र मंडल ।। इन सबको पल भर मे लिए निगल। इस तरह सबसे आगे गये निकल।। होते जा रहे एड्राइड धारी ग्लोबल । पर सुख चैन छिन रहे है मोबाइल।। बिंदास कहे - डा. अनिल भतपहरी
No comments:
Post a Comment