अभिवादन की चर्चा में एक पुरानी १९९१ या ९२ की संस्मरण स्मृत हुआ- भंडारपुरी गुरु दर्शन मेंला पटवा सरकार की कार्यकाल में तत्कालीन विधायक पी आर खुन्टे जी के संयोजन में एक महती सभा का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री सुन्दरलाल पटवा विजयाराजे
सिंधिया सहित अनेक मंत्री व गणमान्य जन मंचस्थ थे । विशाल जन समूह के बीच उत्साहित विधायक महोदय नारे लगवाए - जय सतनाम - जय श्री राम .... जनता की प्रतिध्वनि गूंजी जय सतनाम जय सतनाम । दूसरी बार एकल नारे लगे जय सतनाम...
प्रतिध्वनि गूंजी ....जय सतनाम । अब खुन्टे विधायक महोदय जी उत्साह से जय श्री राम कहे ...... जनसमूह पीन ड्राप साइलेन्ट रहे । हैरान व परेशान विधायक चीखे जय श्री राम ...
फिर वही खामोशी ...... फिर उन्हें मंचस्थ अतिथिगण ऐसा करने रोके।
मेला परिसर में जय सतनाम व जय श्री राम नारे लिखाए होर्डिन्ग व स्वागत द्वार लगे थे।
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