Friday, May 12, 2023

दगर दगर बरत हे चोला

दगर- दगर बरत हे चोला 
देखे हंव ओला ...
जावत डोंगरी डहन, गावत पंथी भजन 
दगर -दगर बरत हे चोला, देखें हंव ओला ...

 चंदन तिलक लगाए ,कंठी जनेऊ पहिने 
धोवा के धोती सुघ्घर ,पांव म खड़ाऊ पहिने ...
सुमरत सतनाम रेंगत हे ओहा ...

निकले भंडार ले मुंदरहा रेंगत होगे   हे दुरिहा 
लगथे जावत हवय  गिरौद गौवतरिहा 
सुमरत सतनाम रेंगत हे ओहा ...

   रचना - 10-5-2023 

No comments:

Post a Comment