सत-संधान
Saturday, May 7, 2022
बिलासा दाई
मन बचन कर्म मे रत झन हो उदासा
कहिके भरिस सबके हिरदे मा आसा
सभिमान के सीख अउ देवय दिलासा
अरपा तीर म सुघ्घर हवय तोर बासा
जस पचरा गावय लोगन बारोमासा
घाद मयारुक हवय हमर दाई बिलासा
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