तपोभूमि गिरौद पुरी सतधाम मेला परिसर मे प्रगतिशील छग सतनामी समाज द्वारा दि ४-३१७ को आयोजित "विराट कवि सम्मेलन "मे तकरीबन ८५ कवि /कलाकार रात्रि ८ बजे से प्रात:७ बजे तक अनवरत ११ घण्टे बेहतरीन प्रस्तुतिया देते रहे..ऐसा लग रहा था कि न श्रोताओं के मन भर रहे है न प्रस्तोताओ के।लगन दोनो ओर लगी रही ..सप्तमी के पावन प्रात: बेला मे गुरु घासीदास का आव्हान करते -
तोला नेवता हे आबे गुरु बाबा घासीदास गिरौदपुरी म मेला हे ..के सामूहिक मंगल गान से पुरे देश भर से एकत्र सभी प्रस्तोता- श्रोता एंव आयोजक बधाई देते मंगल कामना करने लगे। उत्साह उमंग और विस्तारित होने लगे ....हर्ष ध्वनि होने लगे एक- दो बुजुर्ग सन्त कलाकार मगन थिरकने लगे
अनेक लोग अभिभूत थे कि ऐसा विलछण अवसर अपने जीवन काल मे पहली बार गिरौदपुरी मे देख सुन रहे है कह प्रफुल्लित अभिव्यक्ति दिये जा रहे थे।
काव्य पाठ का शुरुआत कु मीना जान्गडे से और समापन श्रीमती सतरुपा नवरंग से हुई।८१ कवि ४ कवियत्रियो एव ५-७ संगतकारो से मंच शोभायमान रहा ।इनमे कोई गुरु चरित सतनाम धर्म संस्कृति व समाज सापेछ कविता गीत तो कोई सस्वर मंगल पंथी भजन प्रस्तुत कर पुरे रात भर विशाल श्रोता समूह को बान्धे रहा। लोक मंगल कारी सतनाम साहित्य को छग और राष्ट्रीय स्तर के भाषाई पाठ्यक्रम मे रखने संबंधी बाते भी उठी।
सभी प्रतिभागियों को उप अतिथियों एंव आयोजको द्वारा त्वरित प्रशस्ति पत्र प्रदान किये किये जा रहे थे.
राजस्थान हरियाणा फर्रुखाबाद हरिद्वार दिल्ली भोपाल असम नागपुर जैसे देश के सुदुर जगहों अनुयाई व श्रद्धालू गण मंच को शोभायमान किये।
उन सब के प्रति सादर धन्यवाद
जय जय सतनाम
डा अनिल भतपहरी
सचिव
सतनाम साहित्य प्रकोष्ठ
प्रगतिशील छग सतनामी समाजों
Friday, August 9, 2019
विराट कवि सम्मेलन
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment