सुने हन अजोधिया के ,राजा बनगे राम
हमर भांचा राम, हमर भांचा राम ...
लइकुसहा ले बलखर भारी ओहर रहिस
तड़का ल मार गिराइस अउ मारीच ल खेदारिस
साधु -संत के सेवा बर निकले लखन संग राम ...
जनकपुर म धनुष टोर के बिहाइस सीता
बहिनी कौसिलया बर होने अड़बड़ सुभीता
सुख म दिन बितय उंकर, उच्छल मंगल रात ...
मुड़धुंगी कैकेयी केजबर करवादिस बनवास
मुरझा गे फूल डोहड़ी ह टुटगे सबके आस
बने करिस फेर आइन बिराजिस हमरो लंग राम ...
मनखे ल कोन कहय सब जीव जन्तु ल सरेखिस
जंगल झाड़ी डोंगरी पहाड़ सब ल सुघ्घर जतनिस
बारा बछर ल बिताइस हमरो संग म राम ...
सिव भूमि सिरपुर म आके भारी मान पाइस
ये पबरित भुंइया के ओमन महिमा गाइस
सुग्रीव संग बद मितानी पाइस सेवक हनुमान ...
सुनके मान बड़ाई ओकर तरमरागे कपटी रावन
छल कपट करके सीता ल हर लिस बैरी रावन
सब पुरखा मन संग दिस त लंका जीतीस राम ...
देवारी कस उच्छल- मंगल अजोधिया म होइन
चलव हमु मन उकर सेती घरो घर दीया बारिन
ओती सिंघासन म बिराजे अउ ऐती घट म राम...
हमर भांचा हमर भांचा राम ...
No comments:
Post a Comment