ईसा
जन्म अस्तबल में और मृत्यु हुआ सलीब पें
सत्य और प्रेम के मसीहा का कैसा नसीब थे
जोड़े वे दोषी और तोड़े वे बड़ा खुशनसीब हैं
दया का पाठ पढ़ाकर हुये क्यो बदनसीब हैं
यह दुनियां और दुनियां वाले बड़े अजीब है
कोई पास रह के दूर तो कोई दूर होके करीब हैं
।।क्रिसमस की बधाई सबका मंगल हो ।।
डा. अनिल भतपहरी
9617777514
No comments:
Post a Comment