माता सहोदरा झांपी दर्शन मेला के पावन अवसर मं
माता सहोदरा पचरा
पिता गुरुघासीदास माता तोर हे सफरा
जोर जस गावन सुघ्घर माता सहोदरा
दाई ददा के दुलौरिन बेटी तहु सतधारी
दुनो कुल के नाव रोशन करे शक्ति नारी
दु मन आगर गावन तोरेच जस पचरा ...
ससुरार सुकली गांव बुधु देवान घर
बसाए कुट कुट के कुटेला गाँव जबर
हांका परगे दसकोसी मनखे बड़ अचरा ...
जुलुम रोके सेती नारी जागरन चलाये
होरी जराई बंद कराके मंगल भजन कराये
अड़ताफ होवन लागे तोर अबड़ चरचा ...
बोड़सरा बाड़ा सिरजे अठगंवा सुख धाम
जिहां चले तोर हुकुम शोर उड़े सतनाम
तोर महिमा अपरंपार माता सहोदरा
भागवंती दाई सहोदरा तोर महिमा हे अपार
राखे जतन के झांपी गुरु खड़ाऊ अउ कंठ हार
काचा कलश बारे करे जग म ऊजियारा ...
-डा. अनिल भतपहरी
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