#anilbhattcg
होरा से होरी
ख़रीफ फ़सल आई घरद्वार
उससे मिली खुशियाँ आपार
प्रकृति में भी छाई हैं बाहर
युवा हृदय मे जगनें लगे प्यार
जगति तल में यही तो हैं सार
प्रेम -रंग हीन यह जीवन बेकार
-डॉ. अनिल भतपहरी / 9617777514
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