#anilbtapahari
पुरुष दिवस पर
मर्द को दर्द होता नहीं
इस जुम़ला को
गधे की तरह ढोता
पुरुष का रुदन
मित्र या प्रेमिका समझती हैं
प्राय: पत्नी नहीं
कभी- कभी इसे
उनकें बहाना / स्वांग तक
समझ लिए जाते हैं
मां को तो अच्छा ही लगता है
कि बेटा अब भी बच्चा है
और रो भी सकता हैं
बहनें गुस्से में रहती हैं
कि भाभी के कारण यह दशा हैं
पर सवाल यह हैं
कि अच्छे मित्र और प्रेमिका
हर किसी के भाग्य में
होता कहां हैं
बेबस पुरुष भीड़ में
औरतों की तरह फूट -फूट कर
रोता कहां हैं
।।पुरुष दिवस की बधाई ।।
19 -11-2022
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