सत-संधान
Friday, January 1, 2021
चाह
आपके वास्ते छकड़ी हमरी
।।चाह ।।
नव वर्ष में नव उत्साह
जगे जे़हन में नव चाह
मिटें क्लेश सब स्याह
संवेदनाओं का हो दाह
एक -दूसरे पर हो चाह
सुगम-सरल हो सब राह
बिंदास कहें डाॅ. अनिल भतपहरी
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