मोर घर के अंगना मं फूले , रिगबिग चंदैनी गोंदा चुन चुन हार सिरजातेंव
मइया के चरण मं सरधा के फूल चढा़तेंव ...
१
बड़ फजर सुत उठके करेंव नंदिया असनांद
करेंव नंदिया असनांद हो माया करेंव नंदिया असनांद
धोवा के धोती सोनहर अलफी चंदन सारेव माथ
चंदन सारेंव माथ मं इया चंदन सारेंव
झुमर झुमर तोर जस पचरा गातेंव ...
२ रतन पिंवरी चंपा चमेली फूल गोंदा छतनार ...
फूल गोंदा छतनार भवानी
आमा अमली लिंबु माते , लटलट फरे अनार
लटलट फरे अनार हो माया
टोर के फरहार करवातेंव ....
३
तोर नांव ले ले के मंइया, लहु रकत बोहाथे
मंद मउहा मं चुर अधरमी तोर अपजस फैलाथे
मयारुक ममता के दरसन करावातेंव ....
डाॅ. अनिल भतपहरी
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