शा. हाई स्कूल कोसरंगी( खरोरा )कक्षा 10 में अध्ययन के दरम्यान स्वतंत्रा दिवस की तैयारी करते यह गीत हमसे 1984 में लिखे ....यह गीत प्रत्येक स्वतंत्रता पर्व में स्मृत होते हैं और अक्सर गाते गुनगुनाते यह दिन व्यतीत होते हैं- तिरंगा लहरन लागय हों
चारो डहर म आज तिरंगा लहरन लागय हो
फहरन लागय लागय हो
देख मन झूमरन लागय
तिरंगा लहरन लागय हो...
लहू के नदिया बोहाय.हे संगी ये देश के माटी म।
कतको वीर जवान शहीद जेन हासत चढ़गेफांसी म।
आज उकरे सुरता हिरदे म बीयापन लगाय हो.....
2केशरिया बल त्याग देवैय्या सादा ह सच्चाई ये।
हरियर रंग खेती बारी के
सदा राहय हरियाली ये।
चक्र घूम घूम एकता के संदेश बाटन लागय हो....
3बड़ भाग्मानी हमन सन्गी आज मिलिस आज़ादी ह।
भागिस हे अंग्रेजिया दुश्मन
बाचेन बरबादी ल।।
आज खुश हो झूम अनिल गीत गावन लागय हो.....
डॉ अनिल भतपहरी
रचना 12 अगस्त 1984कोसरंगी खरोरा।
No comments:
Post a Comment