सड़क उकरेच ददा के
जेमन उहचे डेरा डारे हे
नाचत -कूदत रइथे
जुलुस तिहार मनाथे
हम तो उहि दिन
जेवनी ले डेरी गयेन
त मोटर म
रेतावत बाचेन
का कहँव ये दे
पुलुस धर लिस
रुपया पैसा नोहर हे
तभेच तो बेडागेन
हमन मनसे नोहन
जिनावर संग राहत
सित्तो जंगल म
जिनावर होगेन...
सुनब म आथे
संसद सड़क होगे
अउ सड़क संसद
फेर हमन कहुँचों
हबरे नई सकन
आजकल तो सर्कस
घलाव नंदागे
मोगली टार्जन
चेंदरु तको हजागे
येती पंडुम ओती बम
रिलो बार उजरगे
आँगा कछान
जात्रा मड़ई झरगे
पहाड़ ओदरत हे
जंगल उजरत हे
अगास म मैना नहीं
लोहा चिरई उड़त हे.
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