Thursday, June 29, 2023

युति की युक्ति

।।युति की युक्ति ।।

उनकी धारदार बोली 
रोकेंगे मारकर गोली

समय बतायेगा असर 
छुटेगा न कोई  कसर  

ये दहाड़ेगा ओ चिंधाड़ेगी  
मिलेगी सत्ता साथ लड़ोगी 

है तुम्हारे ही अंदर  शक्ति 
सूत्र एक ही युति से युक्ति 

दहलेगा शत्रु का छाती 
युति से करो करामाती 

खेल हुआ बहुत धर्म-कर्म 
समझाओ उन्हे असल मर्म 

ऐन केन पाना संप्रभूता  
सदियों से इनकी दासता 

वाग्जाल विरासत के नाम 
तोड़ बंधन  करो सद्काम 

महज तुम्हारे एक वोट 
करेगी ऐसी जगह चोट 

न रहेगा बांस न बजेगी बंशी 
ये छल -छद्म की नुरा- कुश्ती 

लुभावने बैन और प्रलोभन 
करेंगे खरीदने  के सौ जतन 

बचों उनसे और रहो एकजूट 
नाम कमाने  के मोह से मुक्त 

है तुम्हारा एक ही बड़ा प्रयोजन 
भक्ति नहीं दु:ख मुक्ति का जतन 

तुम्हे जगाना होगा अब जन -मन 
सदियों से जिनके मन है विष्णन 

युक्ति एक हो और हो नव प्रवर्तन 
लेना होगा सबको साथ साथ प्रण 

टूट कर तोड़ कर बिखरे  कण- कण 
अब तो मिलकर जुड़कर बनों बहुजन  

            - डा. अनिल भतपहरी